कोण्डागांव, 29 सितम्बर 2023/ जनपद पंचायत कोण्डागांव के सभागार में विकासखण्ड स्तरीय टीबी मुक्त पंचायत पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं कार्यशाला आयोजित हुई। यह प्रशिक्षण मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी की उपस्थित में सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में उपस्थित सरपंच एवं सचिवों को मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी ने कहा कि कोण्डागांव विकासखंड को पूरी तरह से टीबी मुक्त बनाने सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर अच्छे से कार्य करें। कार्ययोजना पंचायत स्तर तक बने और गहनता से कार्य हो तो निश्चित तौर पर क्षेत्र को टीबी मुक्त बनाने में सफलता मिलेगी। टीबी मुक्त पंचायत की परिकल्पना को साकार करने के लिए जब-जब ग्रामसभा हो तब-तब इस संदर्भ में समीक्षा और चर्चा हो। पंचायत स्तर पर अच्छा कार्य होगा तो अच्छा परिणाम आयेगा। सम्भावित क्षय रोगियों का चिन्हांकन और उनकी जांच हो स्वास्थ्य विभाग तो सेवाएं दे रहा है पर जागरूकता के लिए विभिन्न विभागों की बैठकों में भी चर्चा की जानी चाहिए। शशि बर्मन ने कहा की माह जनवरी 2024 में टीबी मुक्त पंचायतों के लिए पंचायत द्वारा दावा पेश करना है तथा 24 मार्च को चयनित और सत्यापित पंचायतों को कलेक्टर द्वारा पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि कोण्डागांव जिले को टीबी मुक्त जिला बनाने में पिरामल फाऊंडेशन भी सहयोग प्रदान कर रहा है। अब तक 82 पंचायतों, स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम किया जा चुका है। बैठक को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 आरके सिंह ने भी संबोधित करते हुए कहा कि विकासखंड से पंचायत स्तर तक पहुंचने के लिए पंचायत सचिवों की अहम भूमिका होती है। आज की प्रशिक्षण व कार्यशाला का संदेश निश्चित तौर पर सभी पंचायतों तक पहुंचेगा। जिससे स्वास्थ्य विभाग को जमीनी स्तर पर समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी। इस अवसर पर पिरामल संस्था के जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि बर्मन ने कहा कि पंचायत स्तर पर ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति और जन आरोग्य समिति बनी हुई होती हैं उनके अध्यक्ष सरपंच होते हैं। प्रत्येक माह इन समितियों की बैठक लेकर टीबी मुक्त पंचायत की समीक्षा होने से बेहतर परिणाम आएंगे।

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